TRAI New Rules 2025: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने देश के 116 करोड़ से अधिक मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें स्कैमर्स TRAI और अन्य सरकारी एजेंसियों के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं।
बढ़ते साइबर अपराधों का खतरा
डिजिटल युग में साइबर अपराधियों के तरीके लगातार बदल रहे हैं। स्कैमर्स अब TRAI और अन्य सरकारी संस्थाओं की पहचान का दुरुपयोग कर लोगों को धोखा दे रहे हैं। वे फर्जी कॉल और मैसेज के माध्यम से लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश करते हैं, जिससे वे अपने बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर कर दें या अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा कर दें।
TRAI का स्पष्ट संदेश
TRAI ने स्पष्ट किया है कि वह कभी भी मोबाइल नंबरों के सत्यापन, डिस्कनेक्शन या गैरकानूनी गतिविधियों की जानकारी के लिए कोई संदेश या कॉल नहीं करता है। नियामक ने सभी मोबाइल उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी संदेश या कॉल को संभावित धोखाधड़ी मानें और तुरंत रिपोर्ट करें।
डिजिटल अरेस्ट: एक नया खतरा
हाल के दिनों में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर की जाने वाली धोखाधड़ी तेजी से बढ़ी है। धोखेबाज लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं। पिछले साल इस तरह की धोखाधड़ी से करोड़ों रुपये की ठगी के मामले सामने आए हैं।
सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम
संचार साथी प्लेटफॉर्म और ऐप के माध्यम से अब कोई भी व्यक्ति संदिग्ध कॉल या मैसेज की शिकायत कर सकता है। दूरसंचार विभाग ने एंड्रॉइड और iPhone दोनों प्लेटफॉर्म के लिए यह ऐप उपलब्ध कराया है। इसका उपयोग करने के लिए बस अपने मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन करना होगा।
सतर्क रहने के लिए आवश्यक सुझाव
- किसी भी अनजान कॉल या मैसेज पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें
- व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी कभी साझा न करें
- संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करें
- सरकारी एजेंसियों के आधिकारिक चैनलों से ही संपर्क करें
आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा हर मोबाइल उपभोक्ता के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। TRAI की इस चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए हमें अपनी डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करना होगा। संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्टिंग से न केवल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि दूसरों को भी धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाया जा सकेगा। याद रखें, सतर्कता ही सुरक्षा की पहली सीढ़ी है।