भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 10, 20, 100 और 500 रुपये के नोटों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इन दिशा-निर्देशों का उद्देश्य नकली नोटों की समस्या को नियंत्रित करना और आम जनता को असली नोटों की पहचान करने में मदद करना है। इस लेख में हम आपको आरबीआई के इन नए नियमों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
नकली नोटों की समस्या पर लगाम लगाने की कोशिश
मार्केट में नकली नोटों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी को देखते हुए आरबीआई ने नोटों में कुछ नए सुरक्षा फीचर्स जोड़े हैं ताकि नकली और असली नोटों की पहचान करना आसान हो जाए। ये बदलाव ग्राहकों की सुरक्षा और वित्तीय लेन-देन की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए जरूरी थे।
नए सुरक्षा फीचर्स
आरबीआई ने नोटों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए निम्नलिखित फीचर्स जोड़े हैं:
1. सुरक्षा धागा (Security Thread)
- नोटों में एक चमकदार सुरक्षा धागा जोड़ा गया है जो रोशनी में रंग बदलता है। यह असली नोट की पहचान का एक महत्वपूर्ण संकेत है।
2. वाटरमार्क (Watermark)
- महात्मा गांधी जी का चेहरा और नोट का मूल्य वाटरमार्क के रूप में नोट पर साफ दिखाई देगा। इसे नोट को रोशनी में देखने पर देखा जा सकता है।
3. माइक्रोटेक्स्ट (Microtext)
- नोट पर बहुत छोटे अक्षरों में लिखा गया टेक्स्ट जो मMagnifying ग्लास से देखा जा सकता है। यह फीचर नकली नोटों से बचाव के लिए जोड़ा गया है।
नोटों की पहचान करने की प्रक्रिया
नकली और असली नोट की पहचान करना अब पहले से ज्यादा आसान हो गया है।
- सुरक्षा धागा: नोट को घुमाकर देखें, यदि सुरक्षा धागा रंग बदलता है तो नोट असली है।
- वाटरमार्क: नोट को रोशनी में रखें और देखें कि महात्मा गांधी जी का चेहरा और नोट का मूल्य साफ दिखाई दे रहा है या नहीं।
- माइक्रोटेक्स्ट: मैग्निफाइंग ग्लास की मदद से नोट पर छोटे टेक्स्ट की जांच करें।
पुरानी नोटों का क्या होगा?
यह सवाल बहुत से लोगों के मन में है कि इन नए नियमों के बाद पुरानी नोटों का क्या होगा। आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि पुरानी नोट फिलहाल चलन में बनी रहेंगी। धीरे-धीरे नए नोट जारी किए जाएंगे और उसके बाद पुरानी नोटों को चरणबद्ध तरीके से वापस ले लिया जाएगा।
ग्राहकों के लिए क्या फायदे हैं?
- सुरक्षा में सुधार: नए सुरक्षा फीचर्स के कारण नकली नोटों की पहचान करना आसान हो जाएगा।
- धोखाधड़ी से बचाव: नकली नोटों के कारण होने वाली धोखाधड़ी की घटनाएं कम होंगी।
- आर्थिक सुरक्षा: नोटों की विश्वसनीयता बढ़ने से वित्तीय लेन-देन में विश्वास बढ़ेगा।
क्या कदम उठाने जरूरी हैं?
ग्राहकों को चाहिए कि वे नए फीचर्स की जानकारी रखें और नोटों की जांच करते समय इन सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखें। यदि किसी को नकली नोट मिलता है, तो तुरंत बैंक या पुलिस को सूचित करें।
निष्कर्ष
आरबीआई की यह नई गाइडलाइंस ग्राहकों और वित्तीय संस्थानों दोनों के लिए एक सकारात्मक कदम है। यह न केवल नकली नोटों की समस्या से बचाव करेगा बल्कि आम जनता को भी असली नोटों की पहचान करने में मदद करेगा। इसलिए अगर आप भी नकदी लेन-देन करते हैं, तो इन नए सुरक्षा फीचर्स की जानकारी जरूर रखें और सतर्क रहें।