RBI Bank Penalty News: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चार सहकारी बैंकों पर भारी जुर्माना लगाया है। गुजरात और ओडिशा में स्थित इन बैंकों पर नियमों का पालन न करने के कारण यह कार्रवाई की गई। इस जुर्माने की जानकारी 30 जनवरी 2025 को प्रेस के माध्यम से साझा की गई।
किन बैंकों पर लगा जुर्माना?
RBI ने निम्नलिखित सहकारी बैंकों पर जुर्माना लगाया है:
- श्री सावली नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड, वडोदरा: ₹2.10 लाख जुर्माना
- द कोसांबा मर्केंटाइल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, सूरत: ₹2 लाख जुर्माना
- वडाली नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड, साबरकांठा: ₹2 लाख जुर्माना
- ओडिशा स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड: ₹4 लाख जुर्माना
कारण बताओ नोटिस जारी
मार्च 2023 में RBI द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान इन बैंकों द्वारा कई गड़बड़ियां पाई गई थीं। ओडिशा स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक का निरीक्षण नाबार्ड (NABARD) द्वारा किया गया था, जिसमें कई खामियां उजागर हुईं। इन निरीक्षणों के बाद RBI ने इन बैंकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
बैंकों की गड़बड़ियां
1. श्री सावली नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड
इस बैंक पर निम्नलिखित अनियमितताओं के चलते जुर्माना लगाया गया:
- पात्र दावा न की गई राशि को जमाकर्ता शिक्षा एवं जागरूकता कोष (Depositor Education and Awareness Fund – DEAF) में ट्रांसफर नहीं किया गया।
- HTM श्रेणी के तहत अधिकतम निवेश सीमा का उल्लंघन किया।
- KYC रिकॉर्ड समय पर केंद्रीय रजिस्ट्र्री पर अपलोड नहीं किया गया।
- उधारकर्ताओं की क्रेडिट जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को साझा नहीं की गई।
2. द कोसांबा मर्केंटाइल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड
इस बैंक की गड़बड़ियां निम्नलिखित थीं:
- विवेकपूर्ण अंतर बैंक और प्रतिपक्ष जोखिम सीमाओं का पालन नहीं किया गया।
- ग्राहक KYC रिकॉर्ड समय पर अपलोड नहीं किए गए।
- खातों के जोखिम वर्गीकरण की आवधिक समीक्षा नहीं की गई।
3. वडाली नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड
इस बैंक ने निम्नलिखित नियमों का उल्लंघन किया:
- ऐसे लोन स्वीकृत किए, जिनमें निदेशक के रिश्तेदार गारंटर थे।
- प्रतिपक्ष जोखिम सीमाओं का पालन नहीं किया गया।
- खातों की आवधिक जोखिम समीक्षा करने में विफल रहा।
4. ओडिशा स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड
इस बैंक पर लगाए गए 4 लाख रुपये के जुर्माने के पीछे मुख्य कारण थे:
- पात्र दावा न की गई राशि को जमाकर्ता शिक्षा एवं जागरूकता कोष में ट्रांसफर नहीं किया गया।
- कुछ गैर-बैंकिंग परिसंपत्तियों का समय पर निपटान नहीं किया गया।
RBI की सख्ती का उद्देश्य
RBI का यह कदम बैंकों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने और वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया गया है। यह कार्रवाई ग्राहकों के हितों की रक्षा और बैंकों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए की गई है।
ग्राहकों के लिए क्या है संदेश?
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि बैंकिंग नियमों का पालन न करने पर RBI सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। ग्राहक भी यह सुनिश्चित करें कि वे ऐसे बैंकों के साथ जुड़ें जो नियमों का पालन करते हैं और उनकी जमा राशि सुरक्षित रखते हैं।
निष्कर्ष
RBI की यह कार्रवाई सहकारी बैंकों के लिए एक सख्त चेतावनी है। बैंकिंग क्षेत्र में पारदर्शिता और ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए इस तरह की सख्ती आवश्यक है। ग्राहकों को भी जागरूक रहना चाहिए और बैंकिंग सेवाओं के चयन में सतर्कता बरतनी चाहिए।